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-उत्तर प्रदेश एनएचएम के निदेशक रहे डॉ. एके पालीवाल ने किया अस्पताल का दौरा
-राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से उन्हें भेजा गया भागलपुर सदर अस्पताल
भागलपुर, 11 अक्टूबर
भागलपुर सदर अस्पताल लक्ष्य और कायाकल्प में लगातार बेहतर प्रदर्शन करता रहा है। अब नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) के पैमाने पर भी खरा उतरेगा। इसे लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है। एनक्वास के पैमाने पर खरा उतरने के लिए सदर अस्पताल में किस तरह की तैयारी करनी है, इसे लेकर उत्तर प्रदेश एनएचएम के निदेशक रहे डॉ. एके पालीवाल ने यहां के कर्मियों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। वह राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से भेजे गए थे। उन्होंने अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं, एडमिन, ओटी, लेबर रूम इत्यादि में और क्या बेहतर हो सकता है, इसे लेकर सदर अस्पताल के कर्मियों को जानकारी दी। डॉ. पॉलीवाल ने कहा कि भागलपुर सदर अस्पताल में बहुत सारी चीजें ठीक हैं। यहां मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। हालांकि इसके बावजूद सुधार की कुछ गुंजाइश है, जिसे यहां के कर्मियों को मैंने बताया। उम्मीद है ये लोग उन पर अमल करेंगे और भागलपुर सदर अस्पताल एनक्वास के पैमाने पर भी खरा उतरेगा। इस दौरान सदर अस्पताल के मैनेजर जावेद मंजूर करीमी, केयर इंडिया के डॉ. राजेश कुमार मिश्रा, शाल्वी राणा समेत तमाम स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।
सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि सदर अस्पताल की व्यवस्था में लगातार सुधार हो रहा है। लक्ष्य और कायाकल्प में तो पहले अस्पताल ने बेहतर प्रदर्शन किया ही है, अब एनक्वास के पैमाने पर खरा उतरना है। इसे लेकर तैयारी चल रही है। यहां पर मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है। ओपीडी, ओटी, लेबर रूम इत्यादि पहले से ही बेहतर काम कर रहा है। इसका परिणाम भी सामने आ चुका है। जटिल से जटिल रोगों का यहां पर इलाज हो रहा है। जिले के मरीजों को बाहर नहीं जाना पड़ रहा है और न ही निजी अस्पतालों का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है। सिजेरियन, एक्सरे तक की सुविधा यहां पर है। इन सुविधाओं का लाभ आसपास के जिले के लोग भी उठा रहे हैं। पिछले सालों में लक्ष्य और कायाकल्प में बेहतर प्रदर्शन इसका प्रमाण है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही सदर अस्पताल एनक्वास के पैमाने पर भी खरा उतरेगा और यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी।
एनक्वास से सर्टिफिकेट मिलने के बाद सुविधाएं बढ़ेंगीः अगर भागलपुर सदर अस्पताल को एनक्वास सर्टिफिकेशन मिल जाता है तो एक प्रमाण पत्र के साथ तय राशि भी मिलेगी। साथ ही अस्पताल के छह विभागों को आयुष्मान योजना के तहत प्रतिदिन प्रति बेड 10-10 हजार रुपये तीन सालों तक दिया जाएगा। इससे यहां पर इलाज कराने आने वाले मरीजों को फायदा होगा। उन्हें गंभीर बीमारी के इलाज के लिए पटना या फिर किसी निजी अस्पताल का दरवाजा नहीं खटखटाना पड़ेगा।
रिपोर्टर
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Aishwarya Sinha